कोरोना वायरस से बड़ी महामारी????????.
कोरोना-वायरस-महामारी |
कोरोना वायरस सबसे अलग क्यों ???
कोरोना वायरस 'कोरोना' फैमिली के 7वी पीढ़ी का वायरस है । इससे पहले के SARS और MARS 6वे समूह में आते है । सबसे दिलचस्प बात गए है कि अभी तक SARS और MARS पर रिसर्च का दौर जारी है ,और कोई खास सफलता हाथ नही लगी है । हालांकि वैज्ञानिको ने PCR ( ploymerase chain reaction ) से इसका स्ट्रक्चर बना तो लिया है परंतु इसके व्यवहार को पूरी तरह से पढ़ने में कामयाबी हाथ नही लगी है । यही वजह है कि ये इतना खतरनाक है । जब तक वायरस का एक ढांचा नही बन जाता और इसके व्यवहारों को पता नही चल जाता तब तक किसी भी दावा ,एंटीडोट ,या वैक्सीन की कल्पना करना बैमानी होगी ।
कोरोना वायरस इतना खतरनाक क्यों ????
हम पहले ही बता चुके है कि कोई भी वायरस या बैक्टीरिया या उससे उपजे रोग तब तक ही खतरनाक है जब तक उसके क्रियात्मक व्यवहार का पता नही चलता । कोरोना वायरस जितना खतरनाक नही है उससे कही ज्यादा उसने हालात खतरनाक बना दिये है ।
चीन से आरम्भ हुई ये त्रासदी आज 190 देशो में कहर बरपा रही है , ये लिखे जाने तक 386000 लोग इन्फेक्टेड थे जिसमे से 19000
से ज्यादा लोगो को अपनी जान गवानी पड़ी है । कोई नही जानता ये कब तक चलेगा । इन सबके बीच कुछ ऐसा भी है जो दक्षिण-पूर्व देशो के लोगो के लिये कोरोना वायरस से बड़ी महामारी साबित होने वाला है ,जानिय कैसे
1. भारत ,पाकिस्तान ,बांग्लादेश और श्रीलंका जैसे देशों ने पूरे देश मे lockdown कर दिया है , सारी जरूरी सेवाएं और खाने- पीने की चीज़ें महंगी हो गई है ।
खासकर शहरी क्षत्रो में बंदी के एक दिन में महंगाई दर में 10 फीसदी का उछाल देखा गया ।
सब्ज़ियों, फलो और दूध के मूल्य में रातो रात बढ़ोतरी देखी गई । जैसे-जैसे ये बंदी बढ़ेगी खाद्य पदार्थो की कालाबाज़ारी बढ़ेगी l सरकार का पूरा जोर कोरोना को फैलने से रोकने पर है ,परंतु इससे बड़ा संकट खड़ा होता हुआ नज़र आ रहा है ।
2.WHO के अनुसार पाकिस्तान की माली हालत पहले ही खस्ता है , कोरोना वायरस कमर तोड़ कर रख देगा , आवाजाही पहले ही बंद है ,अर्थव्यवस्था ICU में है ,लोग कोरोना की वजह से कम और कोरोना से उपजे भुखमरी से ज्यादा मरेंगे ।
3. बांग्लादेश ,नेपाल, और श्रीलंका जैसे देश पूरी तरह import और एक्सपोर्ट पर निर्भर है , एक बड़ी आबादी विनिर्माण और सेवा क्षेत्रो से जुड़ी है ,lockdown न सिर्फ ऐसे छोटे अर्थव्यवथा वाले देशों को गर्त में पहुँचा देगा बल्कि लूट- पाट वाली हालात हो जाएगी अगर हालात जल्द सामान्य नही हुवे तो
4.एक शोध के अनुसार ग्लोबल इकॉनमी का 2.7 ट्रिलियन का नुकसान पूरे संसार को झेलना पड़ेगा । ये वो नुकसान है जो 1 साल में भी पूरा नही किया जा सकता https://www.google.com/amp/s/m.economictimes.com/news/international/business/surveys-show-coronavirus-pandemic-savaging-global-economy/amp_articleshow/74786359.cms
(Ref-The times of india ki report )
अकेले जर्मनी में 10 लाख लोगों को अपनी नौकरी गवानी पड़ सकती है ,400 अरब रुपये का नुकसान अकेले जर्मनी ऐसे देश को झेलना पड़ेगा।
(Source-http://www.jagran.com/world/other-germany-counts-costs-of-economic-shutdown-due-to-coronavirus-jagran-special-20136880.html)
5.अगर हम भारत की बात करे तो एक बड़ी आबादी खुदरा व्यवसाय से जुड़ी है ।ग्रहीत आंकड़ो के अनुसार 40 करोड़ लोग खुदरा कारोबार से जुड़े है । तमाम सरकारी दलीले चाहे कुछ भी कहे पर उनकी रोज़ी-रोटी संकट में है ।
कोरोना बेसक थम जाए पर एक बड़े un-organised समूह को अपनी नौकरी गवानी पड़ सकती है ।
अकेले motor वाहन उद्योग को हर रोज़ 15000 हजार करोड़ का नुकसान हो रहा है ।
6.जैसा कि विदित हो कि , साफ-सफाई ,मास्क और sanatistaion कोरोना को रोकने के सबसे महत्वपूर्ण कारक है , पूरे विश्व मे मास्क और sanatizer की उपलब्धता बहुत कम है , रातों-रात इनके मूल्य में बेतहाशा वृद्धि देखी गई है ।
इटली जो इस समय सबसे ज्यादा प्रभावित है ,कई देसो से sanitzer और मास्क की supply की गुहार लगा चुका है , वहां हर 10 में से 1 आदमी वायरस से संक्रमित बताया जा राजा है ।
अकेले पाकिस्तान की जनसंख्या लगभग 20 करोड़ है और केवल 1.5 लाख लोगो के लिए ही मास्क की उपलब्धता है ।
WHO के अनुसार जून तक 2 करोड़ लोग केवल पाकिस्तान में कोरोना वायरस सेे ग्रसित होंगे । अंदाज़ा लगा सकते है कि ये महामारी कहा तक और कैसे जाएगी ।
सांसो के टूटने की कहानी
सांसो के टूटने की कहानी
कोरोना वायरस की महामारी
भारत में मास्क और sanatizer की कीमत आसमान छू चुकी है । मूल्य से अधिक पर भी sanaztizer और मास्क नही मिल रहे ।सरकार के दावे सिर्फ कागज़ों पर प्रभावी साबित हो रहे है एक आम मास्क जो आम दिनों 12 रुपये में उपलब्ध होता है उसकी कीमत 30 रुपये हो चुकी है ।
अब सवाल ये है की आदमी मास्क खरीदे ,अपनी रोज़ी रोटी चलाये ,या फिर अपनी नौकरी बचाये ।
इतेफाक की बात तो ये है कि ये वो बाते है जो शायद किसी राजनेता को समझ न आये ।एक आम आदमी ही इन तकलीफों को। समझ सकता है ।
कोरोना वायरस से बंदी के सही मायने ???
भारत में 596 से ज्यादा जिले lockdown हो चुके है , लोग अपने घरों में कैद है ,सारी आवाजाही बंद है । Who chief Tadron Adhanom ने भारत की कोशिशों को सराहा परंतु साथ के साथ चेतावनी भी दी हैै कि सिर्फ ये कोशिशे काफी नही है , कुछ बाते जो उन्होंने प्रेस ब्रीफिंग में कही वो
कोरोना वायरस को रोकने के लिए आवश्यक थी
1.भारत को अपनी टेस्टिंग स्पीड बढ़ानी होगी ।अब तक केवल 10000 लोगो की ही स्क्रीनिंग हो पा
रही है ।
Lockdown के साथ साथ हमे उन लोगो को भी trace करना होगा जो कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके है और समूह का हिस्सा बनकर रह रहे है ,उन्हें ढूंढ ढूंढ कर isolate करना होगा ।
3.मास्क और sanatizer की उपलब्धता बढ़ानी होगी ।
हम हर चीज़ के लिए सरकार को जिम्मेदार नही ठहरा सकते ।इस ववत जरूरत है हमे हाथ स हाथ मिला के एक दूसरे का साथ देने की । कालाबाज़ारी के खिलाफ सामुहिक आवाज़ उठाने की । हम सोशल डिस्टेंस मेन्टेन करके भी सरकार की मदद कर सकते है और कोरोना को बढ़ने से रोक सकते है । एक बात जो इन सबमे जरूरी है कि अभी कोरोना भारत मे 2nd स्टेज में है , अगर इसे हमने 3rd स्टेज से पहले नही संभाला तो हम देख चुके है कि इटली के साथ क्या हुवा है , हम तो फिर भी 134 करोड़ है ।
सीनियर who साइंटिस्ट स्वामीनाथन के अनुसार कोरोना का टीका बनने और क्लीनिकल ट्रायल में लगभग 1 साल से ज्यादा का वक़्त लग जाएगा ,किसी और अफवाह पर बिल्कुल ध्यान न दे । 1853 के बाद से भारत मे कभी रेल और यातायात बंद नही हुआ, अंदाजा लगा सकते है कि मामला कितम गंभीर है । सजग रहे और संभल रहे , सुरक्षित रहे ।
कोरोना वायरस से बचाव ,या कोरोना वायरस के बारे में कुछ भी जानने के लिए हमारे पोस्ट को पढ़े
कही चीन का अविष्कार तो नही कोरोना वायरस
आखिर कैसे मात दे सकते है हम कोरोना वायरस को
कही चीन का अविष्कार तो नही कोरोना वायरस
आखिर कैसे मात दे सकते है हम कोरोना वायरस को
(किसी विचार या कोई सुझाव के लिए हमे लिखे
Agendasocial121@gmail.com)
(Purvi)
ليست هناك تعليقات:
إرسال تعليق